The Basic Principles Of Shiv chaisa
The Basic Principles Of Shiv chaisa
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जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
कभी-कभी भक्ति करने को मन नहीं करता? - प्रेरक कहानी
ता पर होत है शम्भु सहाई ॥ ॠनियां जो कोई हो अधिकारी ।
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
बृहस्पतिदेव की कथा
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
मुण्डमाल तन क्षार लगाए ॥ वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे ।
त्रयोदशी ब्रत करे हमेशा। तन नहीं ताके रहे कलेशा॥
त्रिगुण रूपनिरखता त्रिभुवन जन मोहे ॥ shiv chalisa lyricsl ॐ जय शिव…॥